पर्सनल फाइनेंस क्या होता है? | What is Personal Finance in Hindi ?[ FULL DETAILS ]

नमस्कार दोस्तो 🙏 इस पोस्ट के माध्यम से आप और हम एक ऐसी टॉपिक पर चर्चा करेंगे जिसे सब पर्सनल फाइनेंस से जानते हैं । दोस्तो पर्सनल फाइनेंस एक ऐसा टॉपिक हे, जिसे आप समझकर और अपने जीवन में उतारकर अपनी फाइनेंशल हेल्थ को सुधार सकते है। साथ ही साथ हम आपको बताना चाहेंगे की ये आपके और हमारे लिए कितना महत्पूर्ण है ,इस बात को आप इस बात से समझ सकते है की पर्सनल फाइनेंस को समझे बिना आपका आपके जीवन में फाइनेंस से संबंधित एक सही निर्णय आपके जीवन को सुखमय और एक गलत निर्णय आपके जीवन को नर्क बना सकता है। अतः आपसे निवेदन है की इस पोस्ट को अंत तक पढ़े । और में दावा करता हूं की इस पोस्ट के अंत तक आपको ऐसी जानकारी मिलेगी जो आपको जीवन भर काम आयेगी । तो चलते विस्तार से समझते है।

    क्या होता है पर्सनल फाइनेंस | What is Personal Finance in hindi ? 



    Personal Finance

    पर्सनल फाइनेंस का हिंदी अर्थ होता है व्यक्तिगत वित्त तलब की पर्सनल फाइनेंस वह ज्ञान या माध्यम से जिसे समझ कर आप व्यक्तिगत तौर पर अपनी कमाई ,खर्च ,बचत,निवेश, ऋण के बीच संतुलन बनाते हुए अपने लिए बेहतर वित्त संबंधित निर्णय ले पाते हो जिससे आप अपने और अपने परिवार के जीवन में वित्तिय सुधार कर अपने और अपने परिवार का जीवन सुखमय और सुरक्षित कर पाते हो ।


    अब मुझे लगता हैं, की अब आपको समझ आ गया होगा की पर्सनल फाइनेंस क्या होता है। चलिए अब ये समझते है कि पर्सनल फाइनेंस फाइनेस का हमारे जीवन में क्या महत्व होता है।


    पर्सनल फाइनेंस का क्या महत्व है? What is Importance of Personal Finance in Hindi 


    दोस्तों पर्सनल फाइनेंस का हमारे जीवन में क्या महत्व है? पर्सनल फाइनेंस हमारे क्यों जरूरी होता है? इसको समझने के लिए हम इसे आपको  कोरोना महावारी के उदाहरण से समझते है। 


    • दोस्तो जैसा की आप सब जानते हैं ,जब कोरोना महावारी आई थी तो हर तरफ बाजार, काम , व्यापार सब बंद करवा दिए गए थे, उस स्थिति में आप आपके आस पास के लोगो और परिस्थितियों से अवगत होंगे की कैसे कुछ परिवारों को विपरीत परिस्थितियों का सामना करना पड़ा जैसे पैसों की समस्या से जूझना, अपनी EMi नहीं भर पाना ,राशन की समस्या आदि। और उस परिस्थिति में आपने कुछ परिवार ऐसे भी देखे होंगे जिनके पास पर्याप्त सेविंग थी, जिसकी वजह से उनको इन समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ा ।


    • तो आपको इससे ये समझ में आ जाना चाहिए की कुछ तो ऐसे कारण जो दोनो तरह के परिवारों अलग थे जिनकी वजह से एक जैसी परिस्थियो में समान कमाई और समान श्रेणी होने के बावजूद कुछ परिवार समस्या को झेल पाए,और कुछ को समस्याओं का सामना करना पड़ा । ये कारण था दोस्तो सिर्फ और सिर्फ पर्सनल फाइनेंस की समझ का । जिससे होने से कुछ परिवार को कठिन परिस्थिति में भी समस्या को झेल पाए और कुछ नही । अब आपको समझ का गया होगा की पर्सनल फाइनेंस का हमारे जीवन में क्या महत्व होता है। 


    चलिए अब समझते है की पर्सनल फाइनेंस में हम क्या क्या सीखते है?


    पर्सनल फाइनेंस के भाग ! Part OF Personal Finance in Hindi 


    पर्सनल फाइनेंस में हम मुख्यतः निम्न भागो को समझते है। जो निम्नलिखित है 👇


    1 .आय : -


    इसमें हम अपनी आय के स्त्रोत को समझते है की हमारी कुल आय(आमदनी) कितनी है, हमारी आय के स्त्रोत क्या क्या है, और हमारी आय वित्तीय प्लान के हिसाब कम या ज्यादा है, तो उसे मैनेज कैसे करें ।


    2. व्यय :-

    इसमें हम व्यय का लेखा जोखा रखते है, जिससे हमें ये पता चलता है की हमारी आय के हिसाब से हमारे खर्च कितने है, और आय का कोई अनावश्यक खर्च तो नही हो रहा ।


    3. सेविंग :-

    आय से  व्यय को हटाने के बाद जो हमारे पास बचता है ,उसे सेविंग कहते है। इस भाग में हम हमारे पास कितनी पूंजी बच रही है, इसका विश्लेषण करते है।


    4. सुरक्षा :-

    इस भाग में जो हमारी सेविंग होती उसका कुछ हिस्सा हम अपने और अपने परिवार की सुरक्षा पर खर्च करते है, यहां सुरक्षा का मतलब एक स्वास्थ बीमा और जीवन बीमा से है। जिससे की हमको भविष्य में किसी भी विकट परिस्थिति का सामना न करना पड़े ।


    5. निवेश :-

    इस भाग में हमारी जो सेविंग होती है उसंको निवेश करके कैसे बढ़ाया जाए ये समझते है, जिससे हम हमारे  वित्तिय लक्ष्य को निर्धारित कर के हासिल कर पाए ।


    6. फाइनेंशल प्लानिंग :-

    पर्सनल फाइनेंस का यह  अंतिम भाग होता हैं जिसमें हम समझते है की हम किस तरह से हम आय व्यय के बीच संतुलन बनाकर अपने बजट ( आय व्यय के हिसाब से किन चीजों में पैसा खर्च किया जाना है) को तैयार करते है । अपने निवेश से अपनी वित्तीय प्लानिंग करते है जैसे रिटायरमेंट प्लानिंग , बच्चों की एजुकेशन  शादी आदि की प्लानिंग करना आदि शामिल है।


    निष्कर्ष :-

    तो दोस्तो अब आपको पूरी तरह समझ आ गया होगा की पर्सनल फाइनेंस क्या होता है? पर्सनल फाइनेंस हमारे जीवन में क्यों महत्वपूर्ण है। और पर्सनल फाइनेंस में क्या क्या चीजे आती है। और इससे क्यों सीखना जरूरी है । और में उम्मीद करता हूं की इस पोस्ट में आपको बेसिक personal फाइनेंस से संबंधित आपके सारे सवालों का जवाब मिल गया होगा । 


    आखरी शब्द :-

    अब आपके मन में अनेक प्रश्न चल रहे होंगे जैसे बजट कैसे बनाते है ? निवेश कैसे करते है? आय का आंकलन कैसे करें ? और उसे  कैसे बढ़ाएं? बच्चो के भविष्य की प्लानिंग कैसे ? करें रिटायरमेंट प्लानिंग कैसे करते है? आदि तो में आपको बताना चाहूंगा कि हम आपके लिए एक कोर्स तैयार कर रहे है जिसे आप आपकी अपनी वेबसाइट Moneyyog.in के होम पेज पर जाकर देख सकते है। तो आपसे निवेदन हे की आप वेबसाइट को विजिट करते रहे। और हम उम्मीद करते है की आपको यह कोर्स पसंद आयेगा और आपको आपके सारे सवालों का जवाब मिल जायेगा और आपको कोई भी कंफ्यूजन नही रहेगा जिससे आप अपने जीवन में बेहतर वित्तीय निर्णय ले पाओगे। दोस्तो ये पोस्ट आपको कैसे लगी हमें कॉमेंट करके जरूर बताएं । और शेयर करना ना भूले धन्यवाद ।


    FAQ:-


    Q: पर्सनल फाइनेंस क्या है ?
    Ans: पर्सनल फाइनेंस का मतलब होता हैं व्यक्तिगत वित्त। और साधारण भाषा में समझे तो ऐसा ज्ञान या माध्यम जिसमे आप पैसे को मैनेज करने के अलग अलग तरीके को समझते है।

    Q : पर्सनल फाइनेंस का क्या महत्व है ? 
    Ans: पर्सनल फाइनेंस सीखकर आप अपने और अपने परिवार से जुड़े वित्तीय निर्णय बेहतर तरीके से ले पाते है।

    Q: पर्सनल फाइनेंस में क्या क्या सीखते है ?
    Ans: पर्सनल फाइनेंस में आप बजट बनाना, फाइनेंशियल प्लानिंग करना ,खर्च को मैनेज करना , अपने फाइनेंशियल गोल को प्राप्त करना , रिटायरमेंट प्लानिंग करना,टैक्स की प्लानिंग कर उसको बचाना इत्यादि विषय सीखते है ,

    Q: पर्सनल फाइनेंस कैसे सीखे ? 
    Ans : पर्सनल फाइनेंस की पूरी जानकारी आप गुगल और यूट्यूब से ले सकते है, साथ ही साथ आप जो इस फील्ड में माहिर है, उनकी किताबों को पढ़कर भी प्राप्त कर सकते हैं।

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