शेयर मार्केट के गिरने और बढ़ने के कारण | Reasons behind rise and fall of stock market

नमस्कार दोस्तो 🙏 इस पोस्ट के माध्यम से हम जानेंगे की आखिर शेयर मार्केट क्यू गिरता और बढ़ता है। ऐसे क्या कारण होते है, या हो सकते है, जिससे शेयर मार्केट में लिस्ट कंपनियों के शेयर की कीमत बड़ और घट जाती है, जिससे पूरा शेयर मार्केट गिर और बड़ जाता हैं।

Share market rise and fall

वैसे तो शेयर मार्केट के गिरने और बड़ने का मुख्य कारण उसमें लिस्ट सभी कंपनियों के शेयर प्राइस के डिमांड और सप्लाई पर निर्भर करती हैं, लेकिन डिमांड और सप्लाई बड़ने के पीछे बहुत से कारण होते है। जैसे- राजनीतिक गतिविधियां वैश्विक गतिविधियां, देश की बिजनेस पॉलिसी, देश का भविष्य, और किसी क्षेत्र विशेष में ग्रोथ कम होना आदि बातों पर निर्भर करता हैं। को शेयर मार्केट में निवेश के प्रति लोगो मनोस्थिति( sentiment) को बदलता है, और शेयर मार्केट गिरता या बढ़ता हैं।

चलिए इसे विस्तार से समझते हैं।

    शेयर मार्केट के गिरने बढने के कारण ! Why is the stock market falling and rising?

    शेयर मार्केट के गिरने के निमलिखित मुख्य कारण हो सकते हैं👇

    राजनैतिक गतिविधियां (Political Environment) :- शेयर मार्केट के गिरने का भी यह मुख्य कारण हो सकता है, राजनीतिक गतिविधियां जैसे स्थिर (स्टेबल) गवर्मेंट का होना, किसी गवर्मेंट की अच्छी छवि का होना और उसका पॉवर में आना, ये निवेशकों पर सकारात्मक ( positive) प्रभाव डालता हैं, जिससे निवेशक जमकर खरीददारी करते है,और शेयर बढ़ता है।

    इसके विपरित यदि किसी देश में अस्थिर (unstable) गवर्मेंट हो, या राजनीतिक उथल-पुथल हो तो निवेशकों में यह विपरीत (Negative) प्रभाव डालता हैं, जिसकी वजह से बिकवाली होती है,और शेयर बाजार गिरता है।

    बिजनेस पॉलिसी : यह भी शेयर मार्केट गिरने बढ़ने का प्रमुख कारण हो सकता हैं, किसी देश की बिजनेस के प्रति पॉलिसी कैसी हैं, यह कंपनियों के प्रदर्शन (Performance) को प्रभावित करती है, यदि किसी देश की पॉलिसी बिजनेस के प्रति अच्छी होगी, तो इससे कंपनियों को बिजनेस करने में आसानी होगी।

     इसके विपरित यदि बिज़नेस पॉलिसी खराब होगी तो बिजनेस करने में समस्या होगी जिससे इसका शेयर मार्केट में प्रभाव पड़ेगा और शेयर मार्केट गिरेगा या बढ़ेगा।

    वैश्विक गतिविधियां ( internal Affairs) :- आज के समय में सभी देश की अर्थव्यवस्था एक दूसरे से जुड़ी हुई है। जैसे:- चीन पूरे विश्व में अपना सामान बेचता है, अमेरिका के सॉफ्टवेयर प्रोडक्ट्स, टेक्नोलॉजी हम हमारे यहां और पूरे विश्व में उपयोग किए जाते है। भारत भी कुछ प्रोड्यूस दूसरे देशों में भेजता हैं। 

    तो यदि किसी देश की अर्थव्यवस्था में गिरावट होती है तो उसका असर वैश्विक स्तर पर भी पड़ता है । और वहा के शेयर मार्केट गिरने के साथ साथ दूसरे देशों के शेयर मार्केट में भी गिरावट आती है।

    क्षेत्र विशेष का भविष्य :- किसी क्षेत्र विशेष के आगे चलकर या भविष्य में अच्छी ग्रोथ की और बुरे प्रदर्शन संभावना भी शेयर मार्केट में प्रभाव डालती है।

     यदि कोई क्षेत्र विशेष ( Sunrise Sector) ऐसा है, जिसके आगे चलकर अच्छा प्रदर्शन की संभावना है, तो उसके शेयर्स की कीमत बढ़ती है, इसके विपरीत यदि कोई ऐसा क्षेत्र है, ( sunset ) जिसकी भविष्य में ग्रोथ की संभावना कम है, तो इसकी वजह से भी शेयर मार्केट गिरता या बढ़ता है ।

    देश का भविष्य :- किसी देश का भविष्य आगे चलकर कैसा होने वाला है, यह भी शेयर मार्केट हो प्रभावित करता है, किसी देश का भविष्य अच्छा होगा, तो वह बिजनेस के लिए अच्छा होगा और जिसका शेयर मार्केट में प्रभाव पड़ेगा ।

    इसके अलावा महंगाई दर , ब्याज दरों में बड़ोतरी, आर्थिक नीति में बदलाव, विदेशी निवेशकों की बिकवाली, कच्चे तेल की कीमत में बदलाव, और देश की मुद्रा की कीमत में बदलाव, देश में महावारी या प्राकृतिक आपदा का संकट भी मुख्य कारण हो सकते है। जो शेयर मार्केट को प्रभावित करते है।

    शेयर मार्केट गिरने बड़ने के कुछ उदाहरण ! Some Example of stock Rise and Fall

    राजनीतिक उदाहरण :- जब 2004 में पूर्ण बहुमत से भारत में कॉन्ग्रेस की, और 2014 में बीजेपी की पूर्ण बहुमत की सरकार आई थी, तो शेयर मार्केट में जमकर खरीदारी हुई थी, जिससे शेयर मार्केट बड़ गया था ।

    वैश्विक उदाहरण :- 2008 में अमेरिका के अंदर subprime crises आया था, और हमारे देश की कंपनियों की ग्रोथ अच्छी थी, इसके बावजूद निवेशकों की मनोस्थिति( Sentiment) खराब होने से भारत का शेयर बाजार लगभग 50- 60 % गिर गया था।

    प्राकृतिक आपदा :- 2016 में भारत और पूरे विश्व के अंदर कोरोना महामारी आई, जिसकी वजह से भारत और पूरे विश्व का शेयर बाजार लगभग 50% गिर गया था।

    निष्कर्ष :- 

    कुल मिलाकर बात यह हैं की, कंपनियों के अच्छे प्रदर्शन के साथ साथ निवेशकों का सेंटीमेंट पर भी शेयर मार्केट का बढ़ना निर्भर करता है। यदि कंपनियों का प्रदर्शन ( परफॉर्मेंस) अच्छा है, लेकिन निवेशकों की मनोस्थिति ( सेंटीमेंट) बिगड़ जाता है, तो भी शेयर मार्केट गिर जायेगा। इसके विपरीत यदि कंपनियों का प्रदर्शन (परफॉर्मेंस) खराब चल रहा है, लेकिन निवेशकों की मनोस्थिति शेयर मार्केट में खरीददारी की है, तो भी शेयर मार्केट बड़ जायेगा ।

    आखरी शब्द :-

    तो दोस्तो ये पोस्ट आपको कैसी लगी हमे कॉमेंट करके जरूर बताए, अगर आपके मन में इस पोस्ट से रिलेटेड कोई प्रश्न या सुझाव हो तो वो भी कॉमेंट करके बता सकते है, इसके अलावा यदि आपको शेयर मार्केट और फाइनेंस से संबंधित और विषय के बारे में जानना है तो आप आपकी अपनी वेबसाइट moneyyog.in पर विजिट कर सकते है। हमारी पोस्ट को शेयर करना ना भूले l धन्यवाद……

    FAQ:-

    Q: शेयर मार्केट क्यू गिरता और बढ़ता है?

    Ans: शेयर मार्केट, शेयर बाजार में लिस्ट कंपनियों के शेयर्स के डिमांड और सप्लाई बड़ने और घटने की वजह से गिरता और बढ़ता है।

    Q: शेयर मार्केट गिरने और बढ़ने के प्रमुख कारण क्या है?

    Ans: शेयर मार्केट गिरने और बढ़ने के कई कारण हो सकते है, जैसे:- राजनीतिक गतिविधियां, वैश्विक गतिविधियां, महावारी, आर्थिक नीति में बदलाव, देश की मुद्रा का गिरना बढना, देश की बिजनेस पॉलिसी इत्यादि ।

    Q: कैसे पता करते है,शेयर मार्किट कब गिरेगा और बढ़ेगा?

    Ans: वैसे तो शेयर मार्केट गिरने और बढ़ने का कोई पता नहीं सकता, क्योंकि यह पूरी तरह से निवेशकों के खरीदारी और बिकवाली के मनोस्थिति ( सेंटीमेंट) पर निर्भर करता हैं, लेकिन पहले के समय में हुए मार्केट गिरने और बढ़ने के कारणों को जानकर इसका अंदाजा लगा सकते है। जो सही भी हो सकता है और गलत भी।

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